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यदि आप भी देसी घी और मक्खन में क्या अंतर है यह जानना चाहते हैं तो बने रहिए इस ब्लॉग में मेरे साथ। 

अक्सर लोग देशी घी और मक्खन में Confuse हो जाते हैं। मक्खन और देशी घी दोनों ही घी के दो रूप हैं जो कि एक दूसरे से काफी अलग हैं। क्या है मक्खन व देशी घी में अंतर, आइये जानते हैं।

देसी घी और मक्खन में क्या अंतर है

क्या आप जानते हैं देसी घी और मक्खन में क्या अंतर है?

देशी घी व मक्खन के बीच के अंतर को समझने के लिए हमें मक्खन व देशी घी के बारे में विस्तार से जानना होगा। दोनों में क्या एक जैसा है व क्या अंतर है इसे समझना होगा।

घी व मक्खन के हर एक पहलू को निम्नलिखित सारणी की सहायता से चलिए अच्छे से समझते हैं।

देशी घी
मक्खन
प्रमुख स्रोत

दूध

 

दूध

बनाने की विधि

मक्खन गर्म कर 

 

दही फैट कर 

रंग

हल्का पीला 

 

सफेद, हल्का पीला 

स्वाद

फीका  

 

हल्का खट्टा 

कैलोरी

ज्यादा

 

कम 

वसा (फैट)

ज्यादा

 

कम

जीवन अवधि

कई साल

 

5-7 दिन

इस्तेमाल

असीमित

 

सीमित

छाछ की मात्रा

नहीं होती 

 

होती है

पानी की मात्रा

नहीं होती

 

होती है 

Milk Sugar Lactose

नहीं

 

हां

Milk Protein Casein 

नहीं

 

हां 

क्या घर पर बनाये जा सकते हैं

हां

 

हां

बनाने में लगने वाला समय

कम

 

ज्यादा

मक्खन एवं देशी घी में क्या अंतर है, आइये जाने विस्तार से।

क्या है देशी घी व मक्खन बनाने का प्रमुख स्रोत?

देशी घी बनाम मक्खन को समझने के लिए सबसे पहले यह जानना जरूरी है कि आखिर देशी घी व मक्खन बनते कैसे हैं। 

देशी घी व मक्खन दोनों को बनाने का मुख्य स्रोत दूध है। दूध से ही देशी घी बनता है व दूध से ही मक्खन बनाया जाता है। 

मक्खन को अंग्रेजी भाषा में Butter कहा जाता है। हालांकि बाजार में आपको अनेक तरह के बटर जैसे Peanut Butter आदि देखने को मिल जाते हैं जो कि वास्तविक मक्खन से बिल्कुल अलग होते हैं।  

वास्तविक मक्खन दूध से बनाया जाता है।

क्या मक्खन व देशी घी बनाने की विधि है एक दूसरे से बिल्कुल अलग?

एक सवाल जो बहुत से लोगों के मन में होता है कि क्या मक्खन ही देशी घी होता है ?

मक्खन व देशी घी दोनों बिल्कुल अलग होते हुए भी एक-दूसरे से जुड़े हुए हैं। यह कहना तो गलत होगा कि मक्खन ही देशी घी होता है, लेकिन हां यह सच है कि मक्खन से ही देशी घी बनाया जाता है। 

इसलिए यह जानने से पहले कि देशी घी कैसे बनता है, यह जानना आवश्यक है कि मक्खन बनाने की प्रक्रिया क्या है। 

क्या है मक्खन बनाने की प्रक्रिया – जानिए विस्तार से

चलिए जानते हैं कि मक्खन कैसे बनता है? मक्खन बनाने के दो तरीके हैं। पहला दूध जमाकर दही से मक्खन बनाना, व दूसरा मलाई से मक्खन बनाना।

मक्खन बनाने की सबसे सरल विधि दूध से दही व दही से मक्खन बनाना है। दही को तब तक फैटा जाता है जब तक कि मक्खन बनकर तैयार नहीं हो जाता। अधिकतर घरों में इसी विधि से मक्खन तैयार किया जाता है। 

वहीं जो लोग सिर्फ मलाई से मक्खन बनाते हैं वे या तो पहले मलाई को दही की तरह जमा लेते हैं या फिर बिना जमाए ही मलाई को तब तक फैटते हैं जब तक कि मक्खन नहीं निकल जाता। 

क्या है देशी घी बनाने की आसान विधि?

देशी घी बनाने के लिए मक्खन को कम आँच पर तब तक गर्म किया जाता है जब तक कि मक्खन में मिली छाछ घी से अलग न हो जाये। 

जब छाछ और घी अलग हो जाते हैं तब घी को एक महीन सूती कपड़े या बारीक छलनी से छान कर अलग बर्तन में निकाल लिया जाता है। 

देशी घी व मक्खन में अंतर को उन्हें बनाने की अलग-अलग विधि के अनुसार भी अच्छी तरह से समझा जा सकता है। 

क्या मक्खन रंग में होता है देशी घी से अलग?

देशी घी व मक्खन में जो एक और अंतर है वह है उनका रंग। मक्खन व देशी घी दोनों का रंग एक-दूसरे से थोड़ा अलग होता है। 

यदि बात करें कि कैसा होता है घी का रंग तो देशी घी देखने में हल्के पीले रंग का होता है। देशी घी गाय के दूध से बना हो या भैंस के दूध से घी के रंग में हमेशा पीलेपन की झलक अवश्य देखने को मिलती है। 

वहीं दूसरी ओर मक्खन किस रंग का होता है की बात करें तो मक्खन का रंग बिल्कुल सफेद या हल्का पीला हो सकता है। यदि मक्खन गाय के दूध से बना है तो वह हल्के पीले रंग का होगा। भैंस के दूध से बना मक्खन बिल्कुल सफेद रंग का होता है।  

क्या भिन्न होता है देशी घी व मक्खन का स्वाद?

मक्खन और घी में क्या अंतर है, इसे हम इनके स्वाद के आधार पर भी जान सकते हैं। 

जिन लोगों ने कभी न कभी मक्खन खाया है वे कभी उसका स्वाद नहीं भूल सकते। 

मक्खन खाने में मुलायम व स्वाद में हल्का सा खट्टा लगता है। मक्खन दही से बनाया जाता है इसलिए उसमें थोड़ा सा खट्टापन रहता है। 

अगर बात करें घी के स्वाद की तो देशी घी खाने में हल्का दानेदार लगता है। घी के स्वाद को हम फीका कह सकते हैं क्योंकि न यह नमकीन होता है, न मीठा और न ही खट्टा। 

किसमें होती है ज्यादा कैलोरी – मक्खन या देशी घी में?

मक्खन व देशी घी के अंतर को उनमें मौजूद कैलोरी के माध्यम से भी समझा जा सकता है। 

देशी घी में मक्खन के मुकाबले ज्यादा कैलोरी पायी जाती है। एक चम्मच (14 ग्राम) देशी घी में 123 कैलोरी की पायी जाती है जबकि एक चम्मच (14 ग्राम) मक्खन से हमें 100 कैलोरी प्राप्त होती है। 

आप अपनी कैलोरी आवश्यकता के अनुसार घी या मक्खन में से किसी एक का चुनाव कर सकते हैं। 

देशी घी या मक्खन – किसमें वसा होता है सबसे ज्यादा?

Deshi Ghee vs. Butter के अंतर को हम इनमें फैट की मात्रा के अनुसार भी जान सकते हैं।

यदि हम बात करें कि मक्खन में वसा की मात्रा कितनी होती है तो एक चम्मच (14 ग्राम) मक्खन में लगभग 11 ग्राम फैट अर्थात वसा पाया जाता है। 

वहीं दूसरी ओर देशी घी में कितना फैट होता है की बात करें तो यह मात्रा एक चम्मच (14 ग्राम) देशी घी में लगभग 14 ग्राम होती है। 

अगर आपको फैट के आधार पर यह निर्णय लेना हो कि क्या है सेहत के लिए ज्यादा फायदेमंद – देशी घी या मक्खन, तो निश्चिततौर पर मक्खन का पलड़ा भारी रहेगा। 

कौन हो जाता है जल्दी खराब – देशी घी या मक्खन?

घी और मक्खन में क्या अंतर है इसे इनके जीवनकाल के आधार पर और बेहतर तरीके से समझा जा सकता है।

जहां एक ओर देशी घी को अच्छी तरह से स्टोर करके सालों तक खराब होने से बचाया जा सकता है। वहीं दूसरी ओर मक्खन को 5-7 दिनों से ज्यादा स्टोर नहीं किया जा सकता है।

यदि मक्खन को किसी ठंडे स्थान पर भी स्टोर किया जाये तब भी वह ज्यादा से ज्यादा 8-10 ही इस्तेमाल किया जा सकता है। इसके बाद मक्खन बहुत ज्यादा खट्टा हो जाता है व उसमें फंगस लगने लगती है। 

कहां होता है देशी घी व मक्खन का इस्तेमाल सबसे ज्यादा?

देशी घी व मक्खन में एक मुख्य अंतर उनका सीमित व असीमित इस्तेमाल भी है। 

जहां देशी घी का इस्तेमाल भोजन से लेकर मिठाई व दवाई तक में किया जाता है वहीं मक्खन का इस्तेमाल बहुत सीमित जगहों पर होता है। 

छोटी जीवनअवधि के कारण मक्खन को भोजन में सिर्फ तुरंत सेवन के लिए ही इस्तेमाल किया जाता है।  

मक्खन या देशी घी – किसमें होती है छाछ मिली?

छाछ की मात्रा के आधार पर भी हम घी मक्खन से कैसे अलग होता है यह जान सकते हैं। 

मक्खन दही से बनता है इसलिए उसमें प्राकृतिक तौर पर छाछ मिली होती है।

अगर देशी घी की बात करें तो घी बनाने के लिए मक्खन को तब तक गर्म किया जाता है जब तक कि छाछ अलग न हो जाये। इसलिए घी में छाछ की मात्रा लेशमात्र भी नहीं होती। 

क्या मक्खन की तरह देशी घी में भी पानी होता है?

मक्खन व देशी घी में एक और बड़ा अंतर है पानी की मात्रा। मक्खन में छाछ के साथ-साथ पानी भी मिला होता है।

अगर देशी घी की बात करें तो न तो देशी घी में छाछ होती है और न ही पानी। मक्खन से घी बनाते समय छाछ व पानी दोनों ही खत्म हो जाते हैं।  

देशी घी या मक्खन – किसमें होता है Milk Sugar Lactose ज्यादा?

Milk Sugar Lactose जो कि दूध में पाया जाने वाला एक अहम तत्व है देशी घी व मक्खन को एक दूसरे से अलग बनाता है। 

देशी घी में Milk Sugar Lactose की मात्रा बिल्कुल भी नहीं होती जबकि मक्खन में इसका कुछ अंश पाया जाता है। 

Milk Protein Casein की मात्रा किसमें होती है सबसे ज्यादा – देशी घी या मक्खन?

Milk Sugar Lactose की तरह ही Milk Protein Casein की उपस्थिति भी मक्खन व घी के बीच अंतर को दर्शाती है। 

Milk Sugar Lactose की तरह ही देशी घी में Milk Protein Casein भी नहीं पाया जाता। यदि मक्खन की बात करें तो मक्खन में Sugar Lactose व Protein Casein दोनों होते हैं।  

यदि Sugar Lactose व Protein Casein के आधार पर निर्णय लें कि मक्खन व घी में क्या है ज्यादा अच्छा तो जिन लोगों को दूध से एलर्जी होती है उनके लिए देशी घी अच्छा है। जिन्हें Sugar Lactose व Protein Casein फायदा पहुंचाते हैं उनके लिए मक्खन ज्यादा अच्छा है। 

क्या घी व मक्खन दोनों को घर पर बना सकते हैं?

घी और मक्खन के बीच अंतर के साथ-साथ उनमें समानता भी है। 

दूध से बनने वाले इन दोनों ही डेयरी उत्पादों को घर पर बनाया जा सकता है। कोई भी बहुत आसानी से अपने घर पर मक्खन व घी बना सकता है। 

मक्खन या घी – किसे बनाने में लगता है अधिक समय?

मक्खन व घी दोनों को बनाने में अलग-अलग समय लगता है। 

मक्खन बनाने के लिए पहले दही जमाना पड़ता है। इसलिए मक्खन बनाने में लगभग 8-9 घंटे लग जाते हैं। अगर देशी घी की बात करें तो मक्खन से देशी घी बनाने में 30 से 40 मिनट लगते हैं। 

जैसे ही मक्खन गर्म होने पर छाछ अलग होती है घी बनकर तैयार हो जाता है। 

कैसे पहचाने घी व मक्खन का फर्क इस संदर्भ में आप उपरोक्त बिंदुओं के आधार पर देशी घी व मक्खन में फर्क को बहुत आसानी से पहचान सकते हैं। देसी घी और मक्खन में क्या अंतर है इस संबंध में अगर आपके कोई सवाल, सुझाव या विचार हों तो हमें कमेंट बॉक्स में लिखकर जरूर बताएं। 

हमें आपके विचारों का इंतजार रहेगा।